MP के भिंड में दूषित पानी पीने से 2 लोगों की मौत, उल्टी और दस्त से पीड़ित 84 अस्पताल में भर्ती

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MP News: रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में एक शिविर लगाया है. उन्होंने कहा कि संभावित कारण पानी का दूषित होना हो सकता है. पानी के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं. पानी की जांच रिपोर्ट का इंतजार है.

मध्य प्रदेश के भिंड जिले के फूप कस्बे में पिछले दो दिनों में दूषित पानी पीने से कम से कम 2 लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दूषित पानी के कुछ नमूनों में नाइट्रेट की मात्रा अधिक और बैक्टीरिया की मौजूदगी पाई गई, जो आपूर्ति लाइनों में नाले के पानी के मिलने का संकेत है.

सोमवार सुबह से क्षेत्र के मुख्य रूप से तीन नगर निगम वार्डों से जल जनित संक्रमण की सूचना मिली, जिसमें उल्टी और दस्त से पीड़ित रोगियों की संख्या 84 हो गई.

प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डीके शर्मा ने बताया कि रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में एक शिविर लगाया है. उन्होंने कहा कि संभावित कारण पानी का दूषित होना हो सकता है. पानी के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं. उन्होंने कहा कि पानी की जांच रिपोर्ट का इंतजार है.

डीके शर्मा ने बताया कि तीन नगर निगम वार्डों में उल्टी-दस्त की शिकायत करने वाले 84 लोगों में से कुछ गंभीर रूप से बीमार मरीजों को उपचार के लिए ग्वालियर रेफर किया गया, जबकि अन्य को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कई लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं. दो बुजुर्गों की मौत उल्टी-दस्त के कारण हुई है. 

CMHO ने स्पष्ट किया कि दो दिन पहले एक लड़की की मौत पानी के दूषित होने से नहीं हुई. उसकी मौत बुखार के कारण हुई. 

इस बीच, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (PHe) के अधिशासी अभियंता आरके राजपूत ने दूषित पानी के सेवन से संक्रमण फैलने की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसके बाद पानी के नमूने एकत्र किए गए. 

उन्होंने बताया कि एकत्र किए गए पानी के नमूनों में नाइट्रेट निर्धारित सीमा से अधिक पाया गया. उन्होंने बताया कि छह में से दो नमूनों में बैक्टीरिया भी पाए गए, जिससे नाली के पानी के आपूर्ति लाइनों में मिल जाने की संभावना है. 

राजपूत ने बताया कि यह जानकारी स्थानीय नगर निगम के साथ साझा की गई है और पानी को कीटाणुरहित करने के लिए क्लोरीनीकरण का सुझाव दिया गया है.

उन्होंने कहा कि निवासियों को पानी उबालकर ही उपयोग करने की सलाह दी जाती है. उन्होंने बताया कि बुधवार को और नमूने एकत्र किए गए और उन्हें जांच के लिए भेजा गया. 

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